Coronavirus (COVID-19) Kya Hai?

Coronavirus Kya Hai?

कोरोना वायरस (Coronavirus)

कोरोना वायरस "Coronavirus" (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है, इस वायरस को पहले कभी भी नहीं देखा गया था। इस वायरस का संक्रमण सबसे पहले दिसंबर-2019 में चीन के वुहान शहर में शुरू हुआ था। मेडिकल जगत में कोरोना वायरस आजकल चर्चा और चिंता का विषय बना हुआ है।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, यह वायरस सी-फूड से जुड़ा है। यह वायरस इंसानों के साथ-2 पशुओं को भी अपना शिकार बना रहा है।




चर्चा में क्यो ?

  • हाल ही में मध्य चीन में देखा गया निमोनिया का रहस्यमयी प्रकोप।
  • इसको एक न‌ए कोरोनावायरस (Novel Coronavirus: nCoV) से जोड़ कर देखा जा रहा है।
  • चीन के वुहान में पहला मामला देखे‌ जाने के कारण इसे 'वुहान कोरोनावायरस' के नाम से भी जाना जा रहा है।
  • nCoV भी कोरोना वायरस परिवार का एक सदस्य हैं।
  • वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (WHO) द्वारा इसे “2019-nCoV” नाम दिया गया।



"Coronavirus" कोरोना वायरस क्या है ?

कोरोना वायरस "Coronavirus" एक “RNA Virus” है। जिससे यह एक शरीर के अंदर कोशिकाओं में टूट जाता है और उनका उपयोग खुद को पुनः उत्पन्न करने के लिए करता है। जो उत्परिवर्तित (mutate) और पुन संयोजित (recombine) होकर एक उपभेदो (Strains) को उत्पन्न करने में सक्षम है। कोरोना वायरस "Coronavirus" नाम के इस संक्रमण को सोर्स परिवार का ही हिस्सा बताया जा रहा है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार कोरोना वायरस "Coronavirus" एक ऐसे परिवार से आता है जो मनुष्यों, मवेशियों, सुअरों, मुर्गियों, कुत्तो, बिल्लियों और जंगली जानवरों को भी संक्रमित करता है।

"Coronavirus" कोरोना वायरस का नाम क्यो पड़ा कोरोना "Corona"?

कोरोना वायरस "Coronavirus" को यह नाम इसकी विशिष्ट संरचना के कारण दिया गया है।
कोरोना वायरस "Coronavirus" को इलेक्ट्रान सूक्ष्मदर्शी की सहायता से देखने पर मुकुट (Crown) या सौर कोरोना (Solar Corona) जैसी संरचना दिखाई देती है।
लैटिनलैटिन शब्द क्राउन‌ से इस वायरस को यह नाम मिला है। कोरोना का अर्थ लेटिन में क्राउन होता है। कोरोना वायरस "Coronavirus" की
सतह पर भी क्राउन की तरह स्पाइक्स की सीरीज बनी होती है यहीं से इसे कोरोना "Corona" नाम मिला है।





Novel Coronavirus (nCoV):-

nCoV कोरोनावायरस "Coronavirus" का एक नया strain है, जिसे इंसानों में इससे पहले कभी भी नहीं देखा गया था।
यह बुखार के साथ शुरू होता है, कुछ दिनों बाद सूखी खांसी होती है और फिर एक हफ्ते बाद सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण प्रकट होते हैं।


nCoV का प्रसार:-

nCoV अन्य कोरोनावायरस "Coronavirus" की तरह जानवरों से इंसानों में आया है।
पहली बार यह संक्रमण चीन‌ के वुहान शहर में स्थित “हुआनन सी-फूड” मार्केट में काम करने वालों में तथा वहां से आने-जाने वाले लोगों में देखा गया।
अब तक 70 देशों में इसके संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही इसे इमर्जेंसी घोषित कर चुका है. भारत में भी अब तक इसके 29 ताजा मामले सामने आ चुके हैं. दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 94,000 के पार चली गयी है.
कोरोना से दुनिया भर में अब तक 3200 लोग मरे हैं?





"Coronavirus COVID-19" कोरोना वायरस के लक्षण:-

कोरोनावायरस "Coronavirus COVID-19" का संक्रमण आम बुखार की तरह है, यह थकान, सूखी खांसी या बहती नाक जैसे हल्के श्वसन लक्षण (respiratory symptoms) पैदा करता है।
कुछ रोगियों में दर्द और दर्द, नाक की भीड़, नाक बह रही है, गले में खराश या दस्त हो सकता है। ये लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और धीरे-धीरे शुरू होते हैं। कुछ लोग संक्रमित हो जाते हैं लेकिन कोई लक्षण विकसित नहीं करते हैं और अस्वस्थ महसूस नहीं करते हैं। अधिकांश लोगों (लगभग 80%) को विशेष उपचार की आवश्यकता के बिना बीमारी से उबरना पड़ता है। COVID-19 पाने वाले हर 6 में से 1 व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो जाता है और सांस लेने में कठिनाई पैदा करता है। वृद्ध लोगों, और उच्च रक्तचाप, हृदय की समस्याओं या मधुमेह जैसी अंतर्निहित चिकित्सा समस्याओं वाले लोगों में गंभीर बीमारी विकसित होने की अधिक संभावना है। बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई वाले लोगों को चिकित्सा ध्यान देना चाहिए।

कोरोनावायरस "Coronavirus" के संक्रमण के फलस्वरूप:-

  • बुखार
  • जुकाम
  • सांस लेने में तकलीफ
  • नाक बहना
  • सिर में तेज दर्द
  • निमोनिया ब्रान्क्राइटिस और
  • गले में खराश
जैसी समस्या उत्पन्न होती है।
अधिक गंभीर मामलों में संक्रमण से “SARS” (Severe acute respiratory syndrome), “MERS” (Middle East Respiratory syndrome), गुर्दे की विफलता और मृत्यु भी हो सकती है।





क्या कोरोनावायरस "Coronavirus" एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है? (कैसे फैलता है कोरोनावायरस "Coronavirus")

यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है?
यह वायरस सिर्फ खांसी और छींक के जरिए लोगों में फैल सकता है। इसका मतलब यह वायरस बेहद आसानी से किसी को भी संक्रमित कर सकता है। इसके अलावा यह लार के जरिए निकट संपर्क, चुंबन या फिर बर्तन शेयर करने से भी फैल सकता है। क्योंकि यह फेफड़ों को संक्रमित करता है, इसलिए खांसते वक्त मुंह से निकलने वाली बूंदें भी सामने मौजूद व्यक्ति को संक्रमित कर सकती है।

"Coronavirus" कोरोना वायरस का उपचार:-

अभी तक इसके संक्रमण को रोकने के लिए कोई भी विशिष्ट एंटी-वायरल उपचार उपलब्ध नहीं है।
वर्तमान में इस वायरस से संक्रमित लोगों का उपचार लक्षणों के आधार पर किया जा रहा है।
यह रोगी व्यक्ति की रिकवरी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) की सामर्थ्यता पर निर्भर करती है।
nCoV के लिए अभी तक कोई भी टीका (Vaccine) उपलब्ध नहीं है।





"Coronavirus" कोरोना वायरस से बचाव के तरीके:-

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस "Coronavirus" से बचने के लिए निम्न दिशा निर्देश जारी किए हैं:-
  • सी-फूड, अंडे और मांस का सेवन न करें।
  • साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • कुछ भी खाने से पहले अपने हाथों को साबुन हैंडवाश या अल्कोहल मुख्यत हैंड रब से अच्छी तरह धोएं।
  • हैंड सेनिटाइजर हमेशा अपने पास रखें।


  • सार्वजनिक स्थानों या सार्वजनिक यातायात को यूज करने के बाद‌ हाथ साफ किए बिना उन्हें अपने चेहरे या मुंह पर न लगाएं।
  • बीमार लोगों की देखभाल के दौरान अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। अपनी नाक और मुंह को कवर करके रखें।
  • रोगी के कपड़ों एवं बर्तनों का उपयोग करने से बचें।
  • खांसते और छींकते समय मुंह पर रुमाल या टिश्यू पेपर का प्रयोग करें।
  • जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
  • जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हो उनसे दूरी बनाकर रखें।

कोरोना वायरस "Coronavirus" का संक्रमण पालतू जानवरों में:-

पालतू जानवर जैसे (बिल्ली, कुत्ता आदि) भी कोरोना वायरस "Coronavirus" से संक्रमित हो सकते है, 2011 के अध्ययन के अनुसार, बिल्लियों में संक्रामक पेरिटोनिटिस हो सकता है, एक पैंटोपिक कैनाइन कोरोना वायरस "Coronavirus" बिल्लियों और कुत्तों को‌ संक्रमित कर सकता है।